Not known Facts About sidh kunjika



शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

क्लीङ्कारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते ॥ ८ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥

No. Pratyahara usually means to bring the senses inside. That's, closing off external perception. Stambhana fixes the perception inside of by holding the considered however and also the perception.

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

मनचाहा फल पाने के लिए ये पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.

मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद more info साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.

नमस्ते शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।

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